देवल मुनि की तपोभूमि देवलास स्थित सूर्यमंदिर के समीप मुंह चिढ़ा रहा कूड़ों का ढेर
नदवासराय/मऊ। एक तरफ देश में स्वच्छ भारत की बहती धारा के तहत प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री योगी का संदेश अनेक माध्यमों से घर-घर तक पहुंचाने का प्रयास जारी है, जिसके तहत गांव-गांव, नदी-नाला, बाजार व घर, धर्मस्थल आदि को स्वच्छ भारत मिशन से जोड़ने के लिए अनेक संस्थाएं, सरकारी कर्मचारी शासन-प्रशासन के लोग मिशन सफल बनाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। वही दुसरी तरफ देवल मुनि की तपोभूमि देवलास पर स्थित सूर्यमंदिर के समीप लोगों को मुंह चिढ़ाता कूड़ों का ढेर लगा हुआ है। जबकि यहां 26 अक्टूबर को छठ पर लगने वाला जनपद का सबसे बड़ा पौराणिक मेला की जोरों पर तैयारी चल रही है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग से लेकर सफाईकर्मी आदि बेखबर हैं।
देवलास मेला क्षेत्र में मुहम्मदाबाद गोहना-घोसी राजमार्ग के सटे बिखरे कूड़ों के ढेर से मेला व्यवस्था पर सवालिया निशान उठ रहा है। मेला में साफ-सफाई के साथ वैकल्पिक शौचालय व पेयजल व्यवस्था पर विषेश ध्यान दिया जाता है परन्तु देवलास जैसे पवित्र मेला स्थल जहां भारत के चार सूर्य मंदिरों में एक बार्लाक रूप यहां स्थापित है, जो आज शासन प्रशासन की लापरवाही से स्वच्छ भारत मिषन पूर्णरूप से हवा, हवाई साबित हो रहा है।