गुरु पूर्णिमा के पर्व पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा आयोजित हुआ गुरु उत्सव का कार्यक्रम
मऊ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर मुन्नी देवी इण्टर कालेज में गुरु उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर संघ चालक लक्ष्मण व मुख्य वक्ता जिला प्रचारक तारकेश्वर रहे।
अपने उद्धबोधन में जिला प्रचारक ने स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि,गुरु पूर्णिमा हमारे लिए अत्यंत ही महत्वपूर्ण पर्व है, यह हमारे राष्ट्र की महान प्राचीन संस्कृती का द्योतक है। गुरु का स्थान हमारे लिए सर्वोपरि है गुरु के समकक्ष अन्य किसी का स्थान नही है। गुरु का आदर सम्मान हम अपनी भावनाओं द्वारा करते है। ध्यान ज्ञान धर्म सत्कार यह सब हमे गुरु की प्रेरणा से ही प्राप्त होते है। हमारा गुरु ही हमे सत्कर्मों के लिए प्रेरित करता है जिससे अच्छे और अनुशासित समाज का निर्माण हो और मानवता का कल्याण हो। हमारी संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति है इससे हर काल और हर क्षेत्र की संस्कृति ने कुछ न् कुछ अर्जित किया है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने किसी व्यक्ति को गुरु न मानते हुए भगवा ध्वज को अपना गुरु माना है क्योंकि भगवा ध्वज में समस्त संस्कृतियों और भावनाओं का समावेश है। भगवा ध्वज हमारे समर्पण त्याग और बलिदान का पूरक है। भगवा ध्वज को अपना गुरु मानते हुए हम अपने राष्ट्र को माता के स्वरूप में देखते हैं और हम सब एक ही माता की संतान है और वह है भारत माता। हमे हर व्यक्ति को जोड़ना है क्योंकि व्यक्ति जुड़ेगा तो मजबूत राष्ट्र का निर्माण होगा।जिसको सुख दुःख, हार जीत व शत्रु मित्र की समान अनुभूति हो वही सच्चा राष्ट्रीय कहलाता है। हिन्दू कोई धर्म नही एक विचार धारा है,अपने देश मे राष्ट्रीयता हेतु सभी आवश्यक तत्वों की पूर्ति हिन्दू समाज के जीवन मे हो जाती है। हिन्दू धर्म मे विस्वास रखने वाला व्यक्ति सम्पूर्ण राष्ट्र्वादी होता है और सच्चा राष्ट्र वादी कभी भी अनैतिक आचरण नही करता है वह युद्ध क्षेत्र में दुश्मनों के साथ भी धर्म का पालन करता है।इसके तमाम उदाहरण मिल जाएंगे जैसे पृथ्वी राज चौहान,शिवाजी, व महाराणा प्रताप यह लोग युद्ध को भी नैतिक आचरण के साथ लड़ते थे इसके लिए इन्हें कितना ही हानि व कस्ट उठाना पड़े,क्योकि इन लोगो मे हिन्दू धर्म व विचारो के प्रति सच्ची आस्था थी।
जापान और इजराइल जैसे छोटे से देश प्रेरणा के स्त्रोत है जिन्होंने तमाम विषम परिस्थितियों के बाद भी अपने राष्ट्रवाद की वजह से विकाश के क्षेत्र में उपलब्धियां प्राप्त करते हुए दुनिया के सामने अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया है। इजराइल संसार मे एक मात्र यहूदियों का देश है जिसने वहा के नागरिकों के जीवट इच्छाशक्ति की बदौलत अपना अलग स्थान बनाया है।उसी तरह से जापान की भी स्तिथि है वहा प्रकृति ने कुछ भी नही दिया है सिर्फ पथरीली जमीन और समुन्द्र है किंतु जापानी नागरिकों के राष्ट्रवाद ने उन्हें परमाणु हमला झेलने के बाद भी विकसित राष्ट्र बना दिया।
इस मौके पर नगर प्रचारक राहुल, उत्तम, राहुल सिंह, विजय राजभर, अभिषेक बरनवाल , किशन सिंह, अवश्वनी सिंह , कृष्ण कांत राय, मदन सिंह, मनोज राय, राम कुंवर, लल्लन, पवन, मुरली, सुमीत, आदि नगर के गड़मान्य नागरिक उपस्थित रहे।