‘गांव की पंचायत से विधानसभा में दस्तक देने वाले स्वर्गीय कपिल देव यादव राजनीति के थे धुरंधर खिलाड़ी’
मऊ। पूर्व विधायक स्व. कपिल देव यादव की 7वीं पूण्यतिथि मंगलवार को इन्दारा के मुहम्मद अली इण्टर कॉलेज के प्रांगण सहित समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर मनायी गयी।
जनपद से सटे इंदारा के छोटे से गांव में सन 1944 में जन्मे कपिल देव यादव शुरू से ही सामाजिक व राजनीतिक गतिविधियों में लगे रहे। वे जनपद में शिक्षा के विकास के साथ-साथ राजनैतिक सरोकारों में पूरी ईमानदारी से लगे रहे। अपने राजनैतिक शुरूआत में कपिलदेव यादव इन्दारा ग्राम सभा से सात बार लगातार स्वयं व परिजनों को प्रधान बनाने का गौरव प्राप्त किए। इसके अलावा एक बार जिला पंचायत सदस्य के रूप में कार्य किए। इसके अलावा कपिल देव यादव ने अपनी पुत्रवधु सुमित्रा यादव को कोपागंज ब्लाक के प्रमुख पद पर भी आसीन कराने में सफलता प्राप्त की थी। कपिलदेव यादव का राजनीतिक सफर गांव की सदन से शुरु हुआ तो सीधे 2002 में पहली बार नत्थूपुर से बसपा विधायक के रुप में प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत विधानसभा में दस्तक दी। बसपा से से विधायक बनने के बाद बसपा सरकार में उनकी छवि साफ सुथरी होने के कारण बसपा की नेत्री मायावती ने उनके प्रति आस्था व्यक्त करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर के खिलाफ बलिया लोकसभा से बसपा का प्रत्याशी घोषित किया। मायावती के इस घोषणा के बाद से कपिलदेव यादव की चर्चा राष्ट्रीय राजनीति के पटल पर होने लगी। उन्होंने पूरी दमदारी के साथ हाथी की सवारी करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री चंदशेखर के खिलाफ राजनीतिक पारी खेली वैसे तो यह चुनाव कपिलदेव यादव हार गए लेकिन उनका चंद्रशेखर के खिलाफ चुनाव लड़ना ही उनके राजनैतिक कद को काफी बढ़ा दिया।
उसके बाद यूपी के 2007 में होने बाले के विधान सभा में बसपा से टिकट न मिलने पर नाराज होकर कपिलदेव यादव सपा में शामिल हो गये। फिर समाजवादी पार्टी ने इनको 2007 में घोसी विधान सभा से अपना प्रत्याशी बनाया। लेकिन वहां भी वे कुछ मतों से चुना हार गये। तब से ये समाजवादी पार्टी में राजनीतिक सफर किये, तथा शिक्षा के क्षेत्र में मऊ में प्रथम विधि महाविद्यालय, इण्टर कॉलेज, डिग्री कॉलेज, जूनियर हाईस्कूल तथा अन्य शिक्षण संस्थानों का ये प्रबन्धक रहे। 4 जूलाई 2010 को मऊ के मझवारा मोड़ के पास कुछ अराजक तत्वों ने कपिलदेव यादव की गोली मार कर हत्या कर दी। जहां घटना स्थल पर ही वे दम तोड़ दिये।
अपने नेता व पूर्व विधायक स्वर्गीय कपिल देव यादव की सातवीं पुण्यतिथि मनाते हुए उनके पैतृक गांव इंदारा वह जनपद मुख्यालय के समाजवादी पार्टी कार्यालय पर लोग भावुक हो गए तथा अपने अपने शब्दों में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किए। वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि कपिलदेव यादव जैसा जुझारु नेता कर मत हो मिलनसार व्यक्तित्व के धनी का नेता होना काफी मुश्किल है। हम लोगों ने अपना नेता ही नहीं एक अभिभावक भी खो दिया है।
पूर्व विधायक की बहु डॉ0 सुमित्रा यादव ने कहा कि आज पिता जी भले ही हम लोगों के बीच नहीं हैं हम लोग उनके दिखाए रास्ते पर चलकर उनके कर्म व आदर्श को संजोए हुए हैं।
श्रंद्धांजलि सभा में डा. राम विलास यादव प्रधानाचार्य मोहम्मद अली इण्टर कॉलेज ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किये।
श्रद्धाजंली सभा में उपस्थित लोगों में पंकज यादव, नीरज यादव, मुस्ताक अली, रामाकान्त, हरिहर यादव, बाबूराम यादव, कैलाश पति, विनोद कुमार, लक्ष्मी शंकर यादव, शिवमुनी यादव, अन्तु राम, रामसुख यादव, दूधनाथ सिंह, श्रीकृष्णा अम्बर हुसैन, किरन यादव, प्रधानाचार्य, राजेश यादव ग्राम प्रधान , सूर्यभान यादव, तथा गौरी शंकर सिंह जूनियर हाईस्कूल के प्रबन्धक एवं टिचर गण एवं डॉ0 भीमरॉव अम्बेडकर विद्यालय इन्दारा, श्रीरामरूप यादव, विधि विद्यालय के समस्त शिक्षक एवं कर्मचारी गणों के द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। संचालन हरिराम यादव ने किया।
उधर समाजवादी पार्टी कार्यालय पर स्वर्गीय कपिल देव यादव की पुण्यतिथि मनाई गई इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि हम लोगों पर बहादुर नेता आज हमारे बीच में नहीं है जिससे हम लोगों को उनकी कमी बार-बार खलती है। हम लोगों को उन के दिखाए रास्ते पर चलता है उनके नाम को रोशन करना चाहिए।
श्रद्धांजलि सभा में प्रमुख रुप से जिला महासचिव कुद्दुस अंसारी, लालचंद यादव, रामधनी चौहान, पूर्व जिलाध्यक्ष साधु यादव, हजारी सिंह, दिलीप पांडेय, संजय चौधरी, कौशल यादव , जयप्रकाश कनौजिया, राम हरि, योगेंद्र यादव