एक प्रधानपति ऐसा भी : टट्टी पर मिट्टी डाल खुले में गांव को शौच मुक्त बनाने का लिया संकल्प, कहा जब तक मिशन सफल नहीं होगा नहीं बनवाऊंगा बाल, दाढ़ी, नहीं पहनूंगा चप्पल
“आनन्द कुमार”
स्वच्छता अभियान दिवस विशेष…
मऊ। मन में जुनून हो और हौसले बुलन्द हों तो फिर जिन्दगी के क्या कहने, बस मन में आया कि कुछ अलग करना है, ठान लिया तो ठान लिया। आइये आपको मिलाते हैं एक ऐसे शख्स से जिसको प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वच्छता अभियान इस कदर प्रभावित किया वे उसे अपना जुनून मान बैठे और मंजिल भी।
मऊ जनपद के कोपागंज ब्लाक के फ़िरोज़पुर ग्राम पंचायत की प्रधान तेतरी देवी के पति राम अवतार इस समय स्वच्छता अभियान के एक ऐसे किरदार बन गये हैं कि उनकी चर्चा गांव व सम्बन्धित विभाग से उठकर जनपद के हर गांवों में और जनपद के बाहर प्रदेशों में भी होने लगी है। उनके इस मिशन पर उनकी पत्नी प्रधान तेतरी देवी भी साथ दे रही हैं।
गांव में ही एक दिन रात्रि में चौपाल के समय अचानक प्रधान पति राम अवतार ने एक ऐसी शपथ ले ली और जब अपने मन की बात को उन्होनें गांव बालों को बताया तो सब के सब स्तब्ध रह गए। राम अवतार ने चौपाल में ही अपने शपथ को जब बताया कि “जबतक वे अपने गाँव को खुले में शौच मुक्त नहीं कर लेते, तब तक न चप्पल पहनेंगे, और न ही दाढ़ी-बाल कटवायेंगे” और कहीं भी कोई खुले में टट्टी करेगा तो स्वयं अपने हाथ से उसपर मिट्टी डालने का सिलसिला जारी रखेंगे। पेशे से एक विद्यालय के व्यवस्थापक राम अवतार की इस ज़िद ने पूरे गाँव को सोचने पर विवश करने के साथ एक अलग उत्साह और जुनून से भर दिया है। उनके इस घोषणा के बाद पहले जहां राम अवतार कभी अकेले सुबह-शाम स्वच्छता अभियान को लेकर फॉलोअप करते थे। आज वही उनके पीछे युवाओं व बच्चों का हुज़ूम चल रहा है।
शुरुआत में अपने हाँथों से लोगों की टट्टी पर मिट्टी डालने वाला ये शख़्स इतना प्रभावी निकला कि आज जब कि गाँव के सभी घरों में शौचालय नहीं हो पाये हैं लेकिन खुले में मल खोजने से भी नहीं मिलता। स्वच्छता सेवा को अपना धर्म मान व शपथ लेने के बाद से ही राम अवतार ने यह दिखा दिया कि “मुश्किलें राह की बस पल दो पल की हैं, हिम्मत गर कर लो तो हर मुश्किल हल भी तो है।
प्रधानपति राम अवतार का स्वच्छता के प्रति चलाया जा रहा यह अभियान तथा संकल्प कि जब तक पूरे गांव के लोग खुले में शौच करना नहीं छोड़ेंगे वे न तो चप्पल पहनेंगे नहीं दाढ़ी बनवाएंगे अपने आप में अनोखा एवं अलग अंदाज लिए अभियान है। अगर कहा जाए तो राम अवतार ने स्वच्छता को लेकर गांव में जो अभियान छेड़ रखा है वह एक अभियान नहीं एक आंदोलन है। राम अवतार ने स्पष्ट कहा कि जब तक गांव नहीं होगा खुले में शौच से मुक्त नहीं पहनूंगा चप्पल, नहीं बनवाऊंगा बाल व दाढ़ी।
उन्होनें कहा की प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छता अभियान के मुहिम को सफल बनाने के लिए हर गांव के एक-एक नागरिक को जागरूक होना पड़ेगा तभी हम इस अभियान को सफल बना पायेंगे।
अभियान मे शामिल अनिल शर्मा, मनोज कुमार, धनंजय, शिक्षक राजकुमार, रमेश, मुनी जी, मोती चन्द शास्त्री, शत्रुघ्न सिंह रामलीला कमेटी के अध्यक्ष एवं संजय सिंह सहित गांव के करीब 90 प्रतिशत लोग राम अवतार के अभियान से जुड़ चुके हैं।
शासन से जो भी पैसा भेजा गया प्रधान द्वारा उससे अधिक शौचालय का निर्माण कराया जा चुका है। फ़िरोजपुर में लगभग 300 परिवार है। प्रधान के इस अभियान से पहले मात्र 15 प्रतिशत घरों में शौचालय थे, परंतु अब 40 प्रतिशत घरों में शौचालय बन गये हैं, गांव के लोगों का कहना है कि अगर शासन और प्रशासन हमारा साथ दे तो एक माह के अन्दर ही हमारा गांव खुले में शौच मुक्त हो सकता है।