न हिंदू की चर्चा है, न मुसलमान का हल्ला…
मेरी कलम से…
आनन्द कुमार
हर ओर एक ही चेहरे का क्यों शोर है,
यह कौन है जो वन्स मोर है।
न हिंदू की चर्चा है, न मुसलमान का हल्ला,
आखिर यह सन्नाटा, क्यों चहुँ ओर है,
यह कौन है “पान सिंह तोमर”,
कौन है जो जी गया, “लाइफ इन अ मेट्रो”,
अरे “पीकू”, “द लंच बॉक्स” का सरदार कौन है,
“अंग्रेजी मीडियम” से “लाइफ ऑफ पाई”,
“नॉट इन द इंग्लिश लैंग्वेज” का सरकार कौन है,
अरे भाई बताओ तो हमें भी, आखिर बताओ,
हंसते हंसाते, दुनिया को यह कौन अलविदा कह गया,
जो चुपके चुपके, दिलों में राज करता था।
आखिर रंग मंच का, वह अमूल्य सितारा कौन है?
हमें बताओ , कौन भरेगा यह खालीपन का कोना,
तुम ही बताओ “इरफान खान” सा किरदार अब कौन है?