“सच की कीमत मौत”
✍🏻वर्षा… सर्दियों की एक ठंडी सुबह थी। ऋषिका रसोई में चाय बना रही थी। बाहर, धुंध में लिपटी हुई पेड़-पत्तियों
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Read More● डिप्टी कलेक्टर की गर्दन फंसती देख ईओ नगर पालिका को बलि का बकरा बनाना चाहता है जिला प्रशासन? @
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