एक करोड़ 75 लाख खर्च फिर भी शो-पीस बना मऊ का गरथौली पुल
० सांसद-विधायक मौन, ग्रामीणों का किसान नेता देव प्रकाश राय से आंस
आनन्द कुमार
मऊ। सरकार विकास के मुद्दों पर जनता का कितना ध्यान देती है यह तो सभी जानते हैं। लेकिन कभी-कभी छोटी मोटी गलतियों से सरकार ऐसे भटक जाती है कि वह करोड़ों रुपया खर्च करने के बाद भी अपने ही विकास की गाथा को भूल जाती है । ऐसे में सरकार भी बदलती रहती है लेकिन लाखों खर्च के बाद भी इन गलतियों पर ध्यान देने की सबसे ज्यादा जिसकी जिम्मेदारी जिसकी होती है, वह या तो प्रशासन की होती है या जनप्रतिनिधि की और अगर दोनों मौन हो जाए तो फिर आखिर सुधि कौन लेगा। कौन सरकार को बताएगा कौन प्रशासन की आंख खोलेगा, कि एक करोड़ 75 लाख रूपया खर्च के बाद मात्र एप्रोच मार्ग की वजह से पुल धूल फांक रहा है और शो पीस बना हुआ है।
लोक निर्माण प्रांतीय खंड द्वारा विकासखंड कोपागंज के ग्राम सभा गरथौली में वर्ष 2014-2015 में गरथौली नाले पर एक करोड़ 75 लाख की लागत से पुल का निर्माण किया गया था किंतु आज तक पुल के एप्रोच का निर्माण नहीं कराया गया। जिससे कई गांव की जनता को आवागमन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ज्ञात हो कि चंद लोगों की जमीन का मुआवजा अभी न दिए जाने के कारण मामला मऊ की अदालत में लटका हुआ है। जो अदालत में गए हैं उन किसानों का कहना है कि शासन/प्रशासन उनके जमीन का उचित मुआवजा नहीं दे रहा है जिसके वजह से वे अदालत के शरण में गए हैं। 14 जनवरी 2023 को पुल निर्माण स्थल पर ग्रामीण भारी संख्या में इकट्ठा होकर किसान नेता देव प्रकाश राय से अपनी समस्या बताएं । उन्होंने श्री राय के नेतृत्व में सरकार का ध्यान जनहित में इस ओर आकृष्ट कराने हेतु बैठक किया एवं सरकार से मांग किया कि गरथौली पुल का अविलंब निर्माण की कार्रवाई प्रारंभ कराई जाए।
मौजूद जनता ने एक स्वर में कहा कि यदि अप्रोच निर्माण शुरू नहीं किया गया तो जनता चुप नहीं बैठेगी। इस कार्यक्रम में ग्रामीणों एवं क्षेत्रीय जनता ने भारी संख्या में भाग लिया।
किसान नेता देव प्रकाश राय ने कहा कि शासन और प्रशासन को चाहिए कि किसानों को उनके जमीन का उचित मुआवजा देकर जनहित में तत्काल पुल को चालू कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार लगभग 7 वर्ष पूर्व पुल का निर्माण करा चुकी है कुछ ही कार्य शेष है ऐसे में एक करोड़ 75 लाख रुपया भी जनता का खर्च किया जा चुका है और ऐसे में पुल शोपीस बनकर सिर्फ और सिर्फ शासन और प्रशासन को मुंह चिढ़ा रहा है। तथा जनता की समस्याओं को दूर नहीं होने दे रहा है। ऐसे में मऊ जिला प्रशासन और उत्तर प्रदेश सरकार को अविलंब इस ओर ध्यान देकर जनता की समस्याओं का समाधान करना चाहिए।
जिसमें प्रमुख रुप से सुभाष चंद चौरसिया, राम भवन राम, अच्छे लाल मौर्य , रमाकांत चौरसिया, लाल बिहारी साहनी, मनोज शर्मा, धर्मेंद्र साहनी, रामजी, संजय साहनी, रामनाथ शर्मा, हवलदार शर्मा, चंदन राजभर, विक्रम साहनी, जय प्रकाश चौरसिया, रामविलास चौरसिया, प्रेम शंकर साहनी, रमा शंकर चौरसिया, राम नगीना राजभर, नन्हक, केदार साहनी, मनोज साहनी, रामबली, जय प्रकाश चौरसिया, मेवा लाल राजभर, सुभाष साहनी, रामजीत राजभर, रामदीन राजभर, अभिमन्यु आदि मौजूद थे।