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बोलो-बोलो चारों भईयन की जै : राम, लक्ष्मण, भरत व शत्रुघ्न के मिलन होते ही छलछला उठीं आंखें

मऊ का ऐतिहासिक भरत मिलाप…

(मऊ से मो. अशरफ व फोटो सुमित कुमार)
मऊ। जनपद के ऐतिहासिक भरत मिलाप का त्योहार सोमवार की भोर में भगवान भाष्कर के आगमन के साथ सकुशल सम्पन्न हो गया। चारों भाईयों का मिलन होते ही श्रद्धालुओं की आंखें छलछला उठीं। चारों भईयन की जय और हर-हर महादेव का उद्घोष होते ही शाही कटरा के अगल-बगल के मुहल्लों से आये लोगों ने अलसाई आंखों से नींद त्यागकर दुर्लभ क्षण को अपनी आंखो में समेट लिया। पूरी रात जागकर नगर पालिका परिषद मऊ के बुर्ज से जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने इस कार्यक्रम को देखा और भरत मिलाप का कार्यक्रम सम्पन्न हो जाने पर श्रीरामलीला मेला समिति के पदाधिकारियों को मिलकर बधाई दिया। रात 11 बजे से मां शीतला मन्दिर से भगवान राम का विमान नारदी के धुुुन के साथ नगर के विभिन्न पड़ावों पर रूकते हुए रात मे दो बजे शाही कटरा के मैदान में मस्जिद के पूर्वी द्वार पर जब जाकर खड़ा हुआ तो मैदान में उपस्थित लोगों ने जयकारा लगाना शुरू कर दिया और लोकगीत गायकों ने अपना बिरहा रोक दिया। फिर शुरू हुआ संवाद का कार्यक्रम। पवन सुत हनुमान ने लम्बे समय से प्रतीक्षा कर रहे भरत व शत्रुधन को जाकर भगवान राम के आने की जानकारी दी और भरत के संवाद करते ही राम, लक्ष्मण ने दौड़कर आकर उन्हें गले लगा लिया और इस तरह भरत मिलाप का कार्यक्रम सकुशल सम्पन्न हो गया। इस मंजर को देखने के लिए जहां जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के बगल में सीसी कैमरे का मानीटर लगा हुआ था। वहीं दोनो अधिकारी हर क्षण को अपनी आंखों से देख रहे थे। जैसे-जैसे समय बीत रहा था और कार्यक्रम आगे बढ़ता जा रहा था। दोनो अधिकारियों का कौतूहल बढ़ता जा रहा था, जो भरत मिलाप समाप्त होने पर ही खत्म हो सका। उसके बाद श्रीरामलीला मेला समिति द्वारा राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघन, सीता की आरती मंच के दक्षिण हिस्से पर उतारी गयी और थोड़ी देर बाद पूजन-अर्चन करने वाले लोगों ने फूलों की वर्षा की। फिर विमान संस्कृत पाठशाला, क्यारीटोला मोड़, घास बाजार होते हुए राजगद्दी मैदान में पहुंचा। पूरे कार्यक्रम को अमली जामा पहनाने में जिला मजिस्ट्रेट, अपर पुलिस अधीक्षक, नगर मजिस्ट्रेट, सीओ सिटी सहित सभी क्षेत्राधिकारी व कोतवाल तथा सभी थानो के थानाध्यक्ष व स्वाट टीम, एलआईयू समेत गैर जनपदों से आये अपर पुलिस अधीक्षक व पुलिस की टीम विशेष रूप से मौजूूद रहे।

इनसेट…

सुबह की अरूणिमा निकलने से पहले हुआ भरत मिलाप

मऊ। श्रीरामलीला मेला समिति द्वारा तैयार कराये गये पुष्पक विमान को मां शीतला मन्दिर से शाही कटरा के मैदान तक पहुंचने में कुल 5 घंटा 53 मिनट लगा। रविवार की रात 11 बजे रात प्रभुराम का चला पुष्पक विमान सोमवार की भोर 4.57 मिनट पर शाही कटरा मैदान के मुख्य द्वार पर शंखनाद के साथ पहुंचा। घंट-घड़ियाल के साथ नारदी शुरू हुई।प्रभुराम का रथ मुख्य द्वार से तेजी के साथ के भरत से मिलने के लिए बढ़ा। रथ शाही मस्जिद के चैनल गेट के समीप रामलीला समिति के पदाधिकारियों ने रोक लिया गया। परम्परागत रूप से तीन बार शाही मस्जिद के चैनल गेट से रथ को स्पर्श कराने के लिए हुई कस्मकस। शाही मस्जिद के चैनल गेट से विमान को तीन बार स्पर्श कराया गया और पुष्पक विमान के सामने फिर शुरू हुई नारदी। भरत जी ने प्रभुराम की भावपूर्ण स्तुति किया और भेष बदलकर हनुमान जी भरत जी के पास पहुंचे और भावपूर्ण संवाद किया। अन्त में भरत जी ने हनुमान जी को पहचान लिया और दोनों लोग भगवान भाष्कर की लालिमा आने से पहले एक दूसरे से गले मिले। हनुमान जी ने प्रभुराम के आगमन की भरत को सूचना दी। सूचना पाकर भरत और शत्रुघन ने मंच पर साष्टांग होकर प्रभुराम का इंतजार किया। प्रभुराम ने भावविह्वल हो भरत व लक्ष्मण ने शत्रुघ्न को गले से लगाया। चारों भाईयों गले मिलते ही हर-हर महादेव के जयघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।

इनसेट

अभेद किले में तब्दील था शाही कटरा का मैदान

  1. मऊ। नगर के ऐतिहासिक भरत मिलाप को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पूरे नगर के चप्पे पर चाक-चौबन्द व्यवस्था की गई थी। साथ ही भरत मिलाप स्थल शाही कटरा को अभेद किले में तब्दील कर दिया गया था। सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टिकोण से शासन भी जागरूक था। रविवार की देर शाम से ही जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक, नगर पालिका के प्रथम तल पर विराजमान होकर लगे सीसी कैमरे के स्क्रीन पर नजर गड़ाये रखने के साथ ही कार्यक्रम स्थल पर पैनी नजर रखे हुए थे। सुरक्षा व्यवस्था की बेहतरी के लिए अन्य जनपद से आये पुलिस अफसरों ने भी सुरक्षा व्यवस्था को अमली जामा पहनाने और अपने उच्चाधिकारियों के विश्वास पर खरा उतरने में कोई कसर नहीं छोड़ा।

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