पिता के सपनों का मऊ व पूर्वांचल बनाना ही लक्ष्य : डॉ चंद्रलेखा राय
दोहरीघाट/मऊ। जनपद के सृजनकर्ता स्व. कल्पनाथ राय के जन्मोत्सव दिवस पर जहां पूरे क्षेत्र में धूम-धाम से जयन्ती मनायी गयी, वहीं उनकी बड़ी सुपुत्री डा0 चन्द्रलेखा राय ने जन्मोत्सव दिवस पर दूरभाष से बताया कि मेरे पिता के सपनों का पूर्वांचल व सपनों का मऊ आज भी अधूरा है। कहा कि विकास के मसीहा का सपना पूरा नहीं हो पा रहा है, मैं संकल्प लेती हूँ कि अपने पिता के सपनों का पूर्वांचल, सपनों का मऊ बनाने का प्रयास करूंगी। मेरे पिता के बाद इस क्षेत्र में अब तक जो भी सांसद हुए किसी ने उनके सपनों को पूरा करने का प्रयास नहीं किया। हां इतना जरूर है कि मंचों से नेता स्व0 कल्पनाथ राय के सपनों को पूरा करने की कसमें खाते रहे, लेकिन चुनाव जितते ही उनके सारे सपने ध्वस्त हो जाते है। आज मऊ विकास के लिए कराह रहा है शायद उनकी आत्मा कोस रही होगी कि जिस मऊ को सजाने के लिए पच्चीस वर्षो का अथक प्रयास रहा, आज उनके प्रयासों पे पानी फेरा जा रहा है। उनके कराये गये विकास कार्यो पर कोई चुना तक नहीं पुतवा रहा है, लेकिन अब जनपद जागा है और निश्चय ही उनका सपना बहुत जल्द पूरा होगा। जन्मोत्सव मनाने वालों में डा0 चन्द्रलेखा के साथ मुक्तिनाथ उपाध्याय, श्रीमती प्रतिभा, रवि सिंह, प्रियंका, नवीन खन्ना, मोहित, नेहा, डॉ0 श्रुती, शुभम, नन्दिता, विश्वेश सिंह, बेबी रिधान, जयप्रकाश राय पूर्व प्रधान, अरविन्द गुप्ता, आनन्द, विनय तिवारी, प्रणव राय समेत आदि लोग रहे।