राष्ट्रीय बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान में महिला किसान दिवस का आयोजन
कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को सम्मान देने और उन्हें प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हर वर्ष 15 अक्टूबर को महिला किसान दिवस मनाया जाता है। इसी क्रम में भा.कृ.अनु.प.- राष्ट्रीय बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान में भी महिला किसान दिवस का आयोजन उत्साहपूर्वक किया गया।
इस अवसर पर संस्थान के पासवर्ती गाँवों से आईं 35 महिला किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के निदेशक डॉ. अ. आनंदन द्वारा किया गया। उन्होंने महिला किसानों का स्वागत करते हुए कहा:
“कृषि हमारे देश में केवल आजीविका का माध्यम नहीं, बल्कि जीवन जीने का तरीका है। बुवाई, बीज प्रसंस्करण, पशुपालन जैसे क्षेत्रों में महिला किसानों का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसे पहचान दिलाना हम सबकी जिम्मेदारी है।”
प्रधान वैज्ञानिक डॉ. अंजनी कुमार सिंह ने महिला किसानों को परिवार और खेत की रीढ़ बताते हुए उनकी प्रशंसा की और महिला सशक्तिकरण में उनके योगदान को सराहा।
इस मौके पर डॉ. अ. आनंदन ने महिला किसानों को गेंहू के बीज वितरित किए और उन्हें खेती में अपनी भागीदारी और सशक्त भूमिका को और सुदृढ़ करने का आग्रह किया।
वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. नंदिता बनर्जी ने महिला किसानों को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी, जबकि कार्यक्रम की समन्वयक वैज्ञानिक डॉ. पवित्रा वी. ने महिला किसानों के लिए उपलब्ध सरकारी योजनाओं की जानकारी दी और स्वयं सहायता समूह (SHG) गठन पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया।
वरिष्ठ तकनीशियन कुमारी निशा ने भारत की प्रेरणादायक महिला कृषकों की सफलता की कहानियाँ साझा कीं, जिससे महिला प्रतिभागियों का मनोबल और आत्मविश्वास बढ़ा।
कार्यक्रम के अंत में कुमारी निशा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ महिला किसान दिवस का समापन हुआ। इस आयोजन में संस्थान की महिला वैज्ञानिक और महिला कार्मिकों की भी गरिमामयी उपस्थिति रही।
राष्ट्रीय बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, महिला किसानों के उत्थान और सशक्तिकरण हेतु निरंतर प्रयासरत है।