जेंडर आधारित हिंसा के विरुद्ध राष्ट्रीय अभियान
ग्रामीण विकास मंत्रालय ने जेंडर आधारित हिंसा के खिलाफ अपने राष्ट्रीय अभियान ‘नई चेतना – 2.0’ के दूसरे वर्ष के लिए अपनी योजनाओं की घोषणा की। इस संदर्भ में कल एक अंतर- मंत्रालयी बैठक हुई, जिसमें नौ संबंधित मंत्रालयों [डीएवाई-एनआरएलएम (दीनदयाल अंत्योदय योजना- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन)] की भागीदारी देखी गई। बैठक की अध्यक्षता ग्रामीण विकास मंत्रालय के अपर सचिव चरणजीत सिंह ने की। ग्रामीण आजीविका की संयुक्त सचिव स्मृति शरण ने एकत्रित प्रतिनिधियों को इस अभियान के बारे में जानकारी दी। इसका आयोजन जेंडर-आधारित हिंसा से बचे लोगों (उत्तरजीवियों) के लिए सामूहिक रूप से निवारण तंत्र को मजबूत करने के लिए समन्वय को बढ़ावा देने के लिए किया गया।
यह अभियान 25 नवंबर से शुरू किया जाना है, जो महिलाओं के खिलाफ हिंसा उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस है। इस अभियान का 34 भारतीय राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों में 23 दिसंबर तक आयोजन किया जाएगा। वार्षिक अभियान का नेतृत्व जन आंदोलन की भावना के साथ, 9.8 करोड़ से अधिक ग्रामीण महिला सदस्यों के डीएवाई-एनआरएलएम के स्वयं सहायता समूहों के नेटवर्क द्वारा किया जाएगा।