मऊ में कृषि ड्रोन परियोजना के अन्तर्गत कृषक प्रक्षेत्र पर ड्रोन स्प्रे प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन
मऊ। भारतीय बीज विज्ञान संस्थान के कृषि ड्रोन परियोजना के अन्तर्गत कृषक प्रक्षेत्र पर ड्रोन स्प्रे प्रदर्शन कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी अरूण कुमार द्वारा किया गया। इस अवसर पर भारतीय बीज विज्ञान संस्थान के निदेशक डा0 संजय कुमार ने बताया कि कृषि ड्रोन परियोजना के माध्यम से रबी फसल पर पानी एवं दवाओ के छिड़काव हेतु 500 हेक्टेयर क्षेत्र पर प्रदर्शन करने की योजना बनाई गई है। इस ड्रोन के माध्यम से 15 मिनट में 10 लीटर पानी का छिड़काव एक हेक्टेयर के क्षेत्र पर किया जा सकता है। उन्होने कहा कि इसके माध्यम से कम समय में अधिक से अधिक क्षेत्र में पानी एवं उर्वरक का छिड़काव किया जा सकता है, साथ ही यह पर्यावरण के अनुकूल भी है। जिलाधिकारी ने किसानो को सम्बोधित करते हुए कहा कि जो भी कीटनाशक अपने खेतो में डालते है, उसको बहुत ही नियंत्रण एवं उचित मात्रा में इस ड्रोन के माध्यम से डाल सकते है। उन्होंने किसानों से इस तकनीक को अपनाने का आग्रह किया। साथ ही कृषि विभाग के अधिकारियो को इस तकनीकी के संबंध में जगह-जगह गोष्ठी कर कार्यक्रम आयोजित करने हेतु निर्देशित किया, जिससे अधिक से अधिक संख्या में किसान लाभान्वित हो सके। उन्होंने बताया कि जनपद में कृषि विभाग के समस्त योजनाओं का संचालन किया जा रहा है तथा खाद, बीज एवं अन्य कृषि सामग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ जनपद के किसानों को दिया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओ का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से किया जा रहा है तथा प्रत्येक किसान की समस्याओं की सुनवाई की जा रही है एवं उसका निराकरण करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होने कहा कि कोई भी किसान जिसकी तकनीकी एवं व्यक्तिगत् समस्या है, वह जिलाधिकारी कार्यालय आकर अपनी समस्या दर्ज करा सकते है। उनकी समस्याओ का निराकरण निश्चित रूप से किया जायेगा। उप निदेशक कृषि एस0पी0 श्रीवास्तव ने कहा कि ड्रोन तकनीकी के माध्यम से कीटनाशक का छिड़काव एक जगह से रिमोट कण्ट्रोल के माध्यम से अत्यधिक कम मात्रा में दवाओं का छिड़काव किया जा सकता है। उन्होने बताया कि जो भी किसान इस योजना का लाभ लेंगे,सरकार द्वारा कृषि ड्रोन के प्रोत्साहन हेतु 50 प्रतिशत की सब्सिडी उपलब्ध कराई जायेगी।
इस दौरान प्रधान वैज्ञानिक एवं नोडल अधिकारी अरविंद नाथ सिंह, एल0डी0एम0 मनोज कुमार, जिला कृषि अधिकारी उमेश कुमार सहित किसान उपस्थित रहे।