मनबढ़ युवकों ने कोतवाल सहित पुलिस टीम पर पिस्टल तान बंधक बनाने व असलहा लूटने की कोशिश

■ जालिम सिंह सहित सभी 06 आरोपी गिरफ्तार
गाजीपुर। भाजपा सरकार कानून व्यवस्था को चुस्त और दुरूस्त होने का चाहे जितना भी दावा कर ले लेकिन अभी तक मनबढ़ व शरारती किस्म के युवक सरकार के खौफ से डर नहीं रहे हैं। तभी तो गाजीपुर जनपद के एक गांव में शरारती युवकों ने थानाध्यक्ष पर ही अवैध पिस्टल नहीं थाना बल्कि पुलिस का सरकारी असलहा छिनने की कोशिश करने लगे।
आपको बताते चलें कि सैदपुर थानाक्षेत्र के कनेरी गांव में बीती रात मनबढ़ों ने प्रतिबंधित बोर के पिस्टल संग कोतवाल समेत पुलिस टीम को को घेर कर हाथापाई करने लगे और असलहा लूटने का प्रयास करने लगे और असलहे के बल पर पुलिस को बंधक बना लिया। जैसे ही घटना की भनक जिला प्रशासन को लगी, आनन फानन में सीओ सैदपुर कई थानों की फोर्स लेकर घटना स्थल पर पहुंच गए और घेर कर 6 आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए थाने लाए।
कोतवाल तेजबहादुर सिंह ककरहीं में हुए गोलीकांड के बाद आरोपी को लेकर एक अन्य की तलाश में कनेरी गांव पहुंचे थे। वहां पहुंचने के बाद कनेरी निवासी मनबढ़ विनय सिंह, सचिन सिंह, जालिम सिंह राहुल सिंह, सनोज यादव व नितेश सिंह ने कोतवाल समेत 4 पुलिसकर्मियों को घेर लिया और कहा कि यहां से आगे कैसे जाओगे। कोतवाल ने बताया कि इसके बाद उन्होंने प्रतिबंधित बोर 9 एमएम की पिस्टल निकाल ली और उन्हें बंधक बनाकर उनके साथ छीनाझपटी करने लगे।
इस बीच कोतवाल के हमराही कांस्टेबल गौरव सिंह से असलहा छीनने लगे। लेकिन गौरव ने घिरे होने के बावजूद हिम्मत दिखाते हुए आरोपी को दांत काट लिया और असलहा उनके हाथ से छुड़ा दिया। इस बीच वहां पर सीओ बलिराम सादात, बहरियाबाद आदि कई थानों की फोर्स लेकर पहुंच गए और सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर थाने लाए। इसके बाद अगले दिन जेल भेज दिया। उनके पास से मिली पिस्टल में मैगजीन के साथ 4 जिंदा कारतूस भी बरामद हुई। टीम में कोतवाल के अलावा एसएसआई घनांनद त्रिपाठी, कां. गौरव सिंह, राकेश कुमार, दीपू पाल व अजीत यादव रहे।