वाह : काव्या व वेदान्त के पास रामायण, महाभारत और विष्णुपुराण से जुड़ी क्या सटीक जानकारियां थी

कुछ दिनों पहले एक शाम हम प्रयागराज के एक शादी समारोह में थे भोजन मिलने में थोड़ी देरी थी यू कहें तो हम लोग समय से थोड़े पहले ही पहुच गये थें भाई जो इलाहाबादी ठहरे ऐसे अवसरो में देरी करना ठीक नहीं है चूकिं भोजन में अभी समय था तो हम अपने मित्रों के साथ वेदों में प्रचलित विवाहों और रामायण – महाभारत पर चर्चा शुरू कर दिये बाते हो ही रहीं थीं कि मेरे बगल में अचानक दो कुर्सीयां और विपरीत दिशा में घूमी दो नन्हे-मुन्हें बच्चे थें और चर्चा में शामिल हो गए फिर हम लोगों की बोलती और ज्ञान दोनों बन्द या कहिये तो कम पड़ गया इन दोनों बच्चों के आगे नतमस्तक होना पड़ा ! नाम पूछा तो पता चला एक काव्या हैं और दूसरे वेदांत , काव्या कक्षा तीसरी कक्षा कि छात्रा हैं और वेदांत कक्षा छठवीं के हैं इन दोनों लोगो के पास रामायण महाभारत और विष्णुपुराण से जुड़ी सूक्ष्म एवं विवरणात्मक जानकारियां थीं बड़े ज्ञानी और ओजोस्वी बच्चे हैं , टनाटन बोले जा रहे थे और हम लोग चुपचाप सुने जा रहे थे एक अच्छे श्रोता बनकर, तभी इन बच्चों के पिता आ गए और उनके माध्यम से जानकारी मिली कि ये लोग मोबाइल पर जब भी होते हैं तो यही सब पता करने में लगे रहते हैं कि कार का इंजन कैसे चलता है काम करता है, जहाज आसमान में कैसे उड़ता है मिशाइल राकेट कैसे काम करते हैं इस तरह की जानकारी से वीडियों देखते रहते हैं ! जो कि आमतौर इस तरह के वीडियोज़ देखना बड़ा बोरिंग सा लगता है हम लोगों को या हम इन सब चीजों में इतना जिज्ञासु नहीं हो पातें हैं ! जिनके पिता ने यह भी कहा कि आपको जो कुछ पूछना हो आप इनसे पूछ सकते हैं इतिहास,भूगोल… आदि आदि सामान्यतः सब प्रश्नों के उत्तर मिलेंगें आप लोगों, हम लोगों मिलकर कई प्रश्न किये प्रश्न पूरे होने से पहले सामान्य ज्ञान का उत्तर मिलता जा रहा था फिर हल्की-हल्की बारिश होने लगी फिर सभी लोग खाने की ओर दौड़े हम लोग भी इन बच्चों से हाथ मिलाया और इन्हें सलाम करते हुए भोजन की थाली लिए और खाने लगें ……………इस बड़ी और लंबे चर्चे को बस इतनी ही शब्दों में समाप्त कर देना उन बच्चों के तारीफों और काबिलियत के साथ बेईमानी सी और कटौती लग रही है।
सीमान्त गुप्ता छात्र इलाहाबाद विश्वविद्यालय