उत्तर प्रदेश

DM साहिबा की गाय बीमार, उपचार में लगे 7+2 चिकित्सक, CVO लेंगे रोज हाल-चाल

फतेहपुर। मनुष्य के उपचार के लिए चिकित्सालयों में डॉक्टर उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। कुछ उपलब्ध हो रहे हैं तो बहुतेरे अभी भी लापरवाही के शिकार हैं। भले ही सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक चिकित्सा सेवा में सुधार के लिए दिन रात एक कर के जनपद-जनपद का दौरा कर रहे हैं। लेकिन हालात में सुधार दिखता प्रतीत नहीं हो रहा है। ऐसे में जनपद फतेहपुर की जिलाधिकारी अपूर्वा दूबे की गाय बीमार हो गई तो मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा डीएम साहिबा की गाय के इलाज के लिए एक नहीं पूरे 7+2 चिकित्सकों की रविवार से लेकर शनिवार तक शिफ्ट वाइस चिकित्सकों की तैनाती कर दें, वह भी बकायदे सरकारी पत्र जारी कर, और पत्र वायरल हो जाए तो डीएम साहिबा की किरकिरी तो होनी तय है। वायरल पत्र में डीएम साहिबा की सहमति है या सिर्फ मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने उन्हें खुश करने के लिए इस तरह का फरमान जारी किया है यह तो जांच का विषय है, या आप दोनों ही जाने। लेकिन इस प्रकार के पत्र से फतेहपुर जिला प्रशासन की जो खिल्ली हो रही है, जो सोशल मीडिया पर तरह-तरह के बात किए जा रहे हैं वह जिला प्रशासन के पक्ष में उचित नहीं है।
आपको बताते चलें कि मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी फतेहपुर डॉ एसके तिवारी ने 09 जून 2022 पत्रांक 544/ गौशाला/ 2022-23 को एक पत्र जारी कर किया आदेश जारी किया कि जिलाधिकारी फतेहपुर अपूर्वा दूबे के आवास पर गाय की चिकित्सा करने हेतु निम्नलिखित पशु चिकित्सा अधिकारी की प्रतिदिन सुबह शाम की ड्यूटी लगाई जाती है और साथ ही डॉक्टर दिनेश कुमार अति. पशु चिकित्सा अधिकारी सनगांव की ड्यूटी लगाई जाती है। की वह संबंधित पशु चिकित्सा अधिकारी से समन्वय स्थापित कर प्रतिदिन सुबह-शाम देखने की सूचना उनके कार्यालय में शाम 6:00 बजे तक दूरभाष के माध्यम से अवगत कराएंगे। उन्होंने साथ में नोट में यह भी लिखा है कि किसी भी पशु चिकित्सा अधिकारी की अनुपस्थिति में उस दिन का कार्य डॉ सुरेश कुमार कन्नौजिया पशु चिकित्सा अधिकारी दमापुर उस दिन का कार्य करेंगे। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने यह चेतावनी भी दी है कि उक्त कार्य में शिथिलता अक्षम्य है।


पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ एसके तिवारी ने जिलाधिकारी की गाय की देखभाल व बेहतर चिकित्सा सेवा के लिए सप्ताह के सातों दिन चिकित्सकों की तैनाती की है जिसमें सोमवार को डॉक्टर मणीष अवस्थी पशु चिकित्सा अधिकारी भिटौरा, मंगलवार के दिन डॉक्टर भुवनेश कुमार पशु चिकित्सा अधिकारी ऐरायां, बुधवार के दिन डॉक्टर अनिल कुमार पशु चिकित्सा अधिकारी उकाथू, गुरुवार के दिन डॉ अजय कुमार दुबे पशु चिकित्सा अधिकारी गाजीपुर, शुक्रवार के दिन पशु चिकित्सा अधिकारी मलवा डॉक्टर शिवस्वरूप, शनिवार के दिन पशु चिकित्सा अधिकारी असोधर डॉ प्रदीप कुमार तथा रविवार के दिन हसवा के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ अतुल कुमार की ड्यूटी लगाई गई है।
ऐसे में अगर जिलाधिकारी द्वारा अपने पशु के इलाज के लिए सीएमओ से कोई बात की गई है और सीएमओ द्वारा इस तरह का पत्र जारी कर जिलाधिकारी को खुश रखने के लिए उनके नजर में अच्छा बनने के लिए इस तरह की टीम लगाकर पशु के देखभाल के लिए आदेश दिया गया है तो आम जन सामान्य के लिए उचित नहीं है जहां लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पा रही है वहां ऐसे में एक जनपद में तैनात जिलाधिकारी के बीमार गाय के लिए सप्ताह के पूरे दिन नसीर चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई जा रही है बल्कि 9 चिकित्सक तैनात कर पूरे सरकारी व्यवस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है जो उचित नहीं है इस मामले में फतेहपुर के जिलाधिकारी को अपना बयान जारी करना चाहिए।

बतौर डीएम फतेहपुर कभी भी विवादों में नहीं रही डीएम अपूर्वा दुबे को मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के एक वायरल लेटर ने काफी किरकिरी कराई है। ऐसे में आम आदमी का कहना है कि डीएम साहिबा की गाय बीमार है तो इतने चिकित्सकों की ड्यूटी लगा दी जा रही है। आम जनता के चिकित्सीय सुविधाओं का कोई पूछनहार नहीं है।

डीएम अपूर्वा दुबे ने जारी किया बयान…

डीएम अपूर्वा दुबे ने अपने बयान में कहा, ”इस लेटर के बारे मुझे कोई जानकारी नहीं है. यह लेटर सुनियोजित तरीके से मेरी छवि धूमिल करने के लिए जारी किया गया है। मेरा और मेरे परिवार में किसी ने गाय नहीं पाली‌ गाय की बीमारी के बारे भी मुझे जानकारी नहीं है। ट्विटर के माध्यम से मामला मेरी संज्ञान में आया। सीवीओ और डिप्टी सीवीओ के खिलाफ निलंबन के लिए पत्र लिखा गया है। 

जिलाधिकारी ने अपने बयान में आगे बताया, पशु चिकित्सा विभाग खुद लेटर खुद जारी करता है और निरस्त करता है. 544 डाक नंबर से पत्र जारी किया गया और अगले ही दिन डाक नंबर 545 संख्या से निरस्त कर दिया गया।

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