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बाबा ने पूर्वोत्तर के रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में सिंचाई योग्य वृक्षों को सुसज्जित करने की रखी मांग

निर्भया सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा MEMBER NRUCC RLY BOARD सतीश मिश्र ” बाबा ” ने NE RLY के CPRO पंकज कुमार सिंह को गोरखपुर स्थित उनके कार्यालय जाकर एक एक ज्ञापन पत्रक दिया कि पूर्वोत्तर रेलवे के सभी प्रमुख बड़े स्टेशनों व सर्कुलेटिंग एरिया में सिंचाई योग्य सभी पेड़ों ( वृक्षों ) को सुसज्जित करने का गंभीर प्रयास किया जाय तथा अधिक से अधिक मात्रा में पीपल और नीम के पेड़ को लगाया जाय जिससे पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन प्राप्त हो ।
बाबा ने कहा कि अभी कोविड पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है ।
ऐसे में विशेष गंभीर रहने की जरूरत है ।
बताते चले कि पंकज कुमार सिंह काफी सहज व जागरूक अधिकारी है । IRSE अधिकारी होने के चलते बहुत सारी बातों को गहराई से समझते है ।
साथ मऊ में भी अति प्राथमिकता से इस विषय पर प्रयास हो इसके लिए बाबा ने प्रभावी आग्रह किया ।
वैसे बाबा और रेल सुविधा दोनों एक दूसरे के पूरक बनते जा रहे है ।
अधिकतम 6 महीने पूर्व बाबा ने मुंबई के लिए विशेष ट्रेन चलवाकर मऊ , बलिया , देवरिया सहित कई अन्य जिलों के लिए भगीरथ प्रयास कर सिद्ध कर दिया व कुछ ही दिनों में दो और ट्रेनों को जो पूरी तथा मऊ से कोलकाता के लिए ट्रेन चलवाकर विशेष सौगात देने की तैयारी है ।
वैसे बाबा का मऊ से रिश्ता लगभग 2 दशक का है ।
बाबा अब धीरे धीरे संसदीय क्षेत्र घोसी जिला मऊ के आम लोगों के दिल में स्थान बनाने लगे है ।
जो जगजाहिर है ।
जल्द ही बाबा के अथक प्रयास से इंदारा – दोहरीघाट रेल मार्ग पर ट्रेन दौड़ने लगेगी । फलतः बाबा ने विगत 3 जून 22 को मऊ के हिन्दी भवन में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी / निर्माण , पूर्वोत्तर रेलवे , गोरखपुर राजीव कुमार द्वारा घोषणा कि अति शीघ्र इस पथ पर ट्रेन दौड़ेगी तब से बाबा यहां के लोगों के हृदय में उतर गए है ।
वैसे इस कार्य में और बाबा के साथ साये की तरह रहने वाली निर्भया सेना की राष्ट्रीय संगठन मंत्री तथा MEMBER ZRUCC NE RLY सुश्री नसरीन फात्मा की भूमिका भी काबिले तारीफ है ।
बाबा ने कहा कि देश के लिए गर्व व सौभाग्य का विषय है कि प्रधानमंत्री मोदी , रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने जो कार्य किया वह भारतीय रेल के लिए गर्व व गरिमा का विषय है ।
बाबा ने कहा कि चेयरमैन रेलवे बोर्ड विनय कुमार त्रिपाठी भी मऊ के धरती के ही लाल है।
वैसे बाबा के त्रिपाठी से बड़े ही अच्छे संबंध है जो भारतीय रेल में जगजाहिर है ।
बाबा ने कहा कि जीवन की अंतिम सांस तक मऊ सहित NE RLY की प्रगति के लिए जी जान लगा दूँगा। बताते चले कि बाबा को मऊ के लोगों ने मऊ वाले बाबा और रेल बाबा के नाम से भी जानते व बुलाते है ।

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