शिक्षकों के मसीहा थे स्व० पंचानन राय : दिव्येन्दु
मऊ। दिव्य सेवा समिति के तत्वाधान में शिक्षक नेता पूर्व शिक्षक विधायक शिक्षकों के हितों के लिए सदैव संघर्ष करने वाले स्व० पंचानन राय की पुण्यतिथि के अवसर पर उनको कोपागंज में श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। दिव्य सेवा समिति के संस्थापक दिव्येन्दु राय ने कहा कि स्व.पंचानन राय के त्याग, बलिदान, आचरण से सबक लेकर हम सभी को आगे बढ़ चढ़ कर कार्य करना ही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उनके जैसा आदर्शवादी नेता होना मुश्किल है। शिक्षकों के हृदय सम्राट 28 नवम्बर 1943 को जन्म लेकर 5 सितम्बर 2007 शिक्षक दिवस के दिन ही हम सभी को असमय छोड़ कर चले गए। उनके पदचिह्नों पर चलना ही हम सभी के लिए सच्ची श्रद्धांजली होगी। दिव्येन्दु राय ने संघर्षों की चर्चा करते हुए कहा कि शून्य से शिखर तक की उपलब्ध्यिं बैंक से वेतन, ट्रेजरी से पेंशन, सेवा सुरक्षा आदि संघर्षों के बल से प्राप्त किया। ऐसे व्यक्ति को नमन कर आदर्श मानकर श्रद्धांजलि अर्पित किया।दिव्येन्दु राय ने स्व.राय के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ऐसा नेता न हुआ और न होगा जो शिक्षकों कर्मचारियों, जनता की सेवा करते हुए काल कलवित हुआ और शिक्षक दिवस के दिन ही अमर हुआ। स्व. राय के चित्र पर सौरभ राय, हिमांशु राय,मनीष कुमार आदि ने श्रद्धासुमन अर्पित किया