भगवान भाष्कर को अर्ध्य दे महिलाओं ने की कल्याण की कामना
नदवासराय/मर्यादपुर। आस्था का अद्भुत महापर्व डाला छठ पर नदवासराय तथा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार को प्रातः कमर तक पानी में खड़ी होकर व्रती महिलाओं ने उगते सूर्य को अर्ध्य दी और सुहाग-पुत्र व परिजनों की रक्षा कामना की आशीर्वाद मांगा।
इस अवसर पर नदियों, तालाबों के तटों पर बने बेदियों पर असंख्य दीप जगमगाते हुए अपनी रष्मियों से दिव्य अनुपम छठा विखेर रहे थे। देवर्शि देवल की तपोभूमि देवलास स्थित देवताल में हजारों की संख्या में व्रती महिलाओं ने भगवान भाश्कर के उगते ही अर्ध्य प्रदान किया और सुख, सम्पत्ति व संतान के कल्याण की कामना की। इस अवसर पर लोगों से खासी उत्साह देखने को मिला। क्षेत्र के भदीड़ वलीदपुर, भातकोल, भाटपारा, सहुवारी, खालिसा, कोइरियापार, इटौरा चौबेपुर, ढोलना, मडहा आदि ग्रामों में इस अवसर पर तालाबों, सरोवरों के किनारे भारी भीड़ देखने को मिली।
मुहम्मदाबाद गोहना ब्लॉक अन्तर्गत ग्राम सहुवारी के प्रधान उमेश यादव ने छठ पूजा हेतु प्रा0 स्कूल सहुवारी के पास स्थित पोखरे की साफ-सफाई में श्रमिकों के साथ स्वयं हाथ बटाया। श्रद्धालु व्रती महिलाओं के लिए हर सुविधा प्रदान करते हुए भरपूर प्रकाष की व्यवस्था कराया। जिसमें कोई असुविधा न हो।
उधर मधुबन तहसील के मर्यादपुर क्षेत्र के बहुतायत गांवो मे शुक्रवार को प्रातःकाल सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिन के इस महापर्व का समापन हो गया।बिना पुरोहित और बिना मंत्र के बिहार, झारखंड मे मनाये जाने वाला पर्व आजकल पूर्वी उत्तर प्रदेश का मुख्य पर्व हो गया है। इस पर्व पर शहरो को रहने वाले लोग अपने घर को आ जाते है। क्षेत्र के सभी वर्गो के लोग इस पूजा मे शामिल रहे। जहॉ तालाब नही था वहॉ लोगो ने खुद के श्रमदान से तालाब बनाकर भगवान् सूर्य को अर्घ्य दिया। बता दे कि नगर निकाय चुनाव के लिहाज से अबकी बार यह पर्व खास महत्वपूर्ण रहा। चूँकि मधुबन मे नगर निकाय चुनाव पहली बार हो रहा है इसलिए उम्मीदवारो में उत्साह देखते ही बन रहा था। उम्मीदवारो द्वारा वोट अपने पक्ष मे जुटाने के हर जतन किए जा रहे थे। मधुबन क्षेत्र मे यह पहला मौका था जब छठ का घाट चुनावी रंग मे रंगा हुआ था। कुछ प्रत्याशी घाट पर उपस्थित सभी पुरूष महिला के पाव छूकर अपने पक्ष मे वोट मांगे जा रहे थे। यह पर्व राजनीतिक रोटी सेंकने का अच्छा माध्यम बनते दिखा।