बसन्त ऋतु आते ही प्रकृति का कण-कण खिल उठता है
नदवासराय/मऊ। स्थानीय क्षेत्र में बसन्त पंचमी पर्व भारतीय जन जीवन को अनेक तरह से प्रभावित करता है। बसन्त ऋतु आते ही प्रकृति का कण-कण खिल उठता है। मानव तो क्या पशु-पक्षी तक उल्लास से भर जाते हैं। छात्र जीवन में तो बसंत पंचमी का मानो इंतजार ही रहता है। प्राचीन काल से इसे ज्ञान और कला की देवी मां सरस्वती के पूजन के रूप में मनाया जाता है। सोमवार को क्षेत्र के ग्रामीणों अंचलों सहित क्षेत्रीय स्थानों में मां सरस्वती की स्थापना कर विधि विधान के साथ हवन पूजन कर प्रसाद वितरित किया जाता है। कुछ स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम किया गया। क्षेत्र के नदवासरास, देवलास, आरीपुर, भीरा, सरायगंगा पब्बी, भिखारीपुर आदि स्थानों पर मां सरस्वती पूजन मनाया गया।