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घोसी में सत्य रूपी श्री राम ने असत्य रूपी रावण का संहार किया

घोसी/मऊ। स्थानीय नगर की रामलीला में असत्य पर सत्य की विजय पताका फहराने के कड़ी में रामलीला मैदान घोसी जय श्री राम के नारों से उस समय गुन्जायमान हो उठा जब सत्य रूपी श्री राम ने असत्य रूपी रावण का संहार किया। दसवें दिन की रामलीला दशहरा के दिन श्री राम रण भूमि में पहुॅचकर अपने मंत्री सेनापति व सेना से कहते है कि ’’अब क्या है कर्तव्य मेरा सब मिलकर करो विचार लंकापति मानत नही सरपर काल सवार’’ लगता है कि रावण डर के मारे लंका के फाटक बंद कर लिये है तो विभीषन जी कहते है।कि रावण राजा वह राजा है जिससे यम कुबेर भय खाते है डर से वो फाटक बंद करें ये तो अनहोनी बाते है ’’परवाह नही घेरे रहिए ये राजनिति बतलाती शत्रु को घेरे में लेकर कुछ मोहलत भी दी जाती है’’। तत्पश्चात् राम ने युद्व में रावण के सहत्रो योद्वाओं को युद्व में मार गिराया तत्पश्चात कुम्भकरण को जगाया गया और वो राव की सभा में पहुचा तो रावण ने आप बिती कुम्भकरण को बतायी जिसपर कुम्भकरण ने कहा ’’क्यो गयी वहां थी सुर्पणखा उनसे रार मचाने को नाक कान कटवाने को लंका का नाश कराने को तो रावण क्रोधित हो उठता है तो कुम्भकरण विनाश काले विपरीत बुद्वि कहकर समरभूमि में जाता है और राम के हाथो मारा गया। इसपर रावण को चिन्तित देख मेघनाथ रणभूमि में जाने कि इच्छा जतायी और रणभूमि में जाकर लक्ष्मण को विरघातिनी अस्त्र से मुक्क्षित कर देता है तो उसकी वहां जयजयकार होती है इधर राम दल में शोक फैल गया कि अचेत अवस्था में लक्ष्मण को देख राम विलाप करने लगते है तो विभीषन ढाढस बधाते हुए शुषेन वैद्य के बारे में बताते है जिन्हे शुसुप्ता अवस्था में हनुमान जी लंका से उठा लाये जो ईलाज हेतु संजीवनी बूटी के बारे में बताया तो हनुमान जी बूटी को न पहचाने के एवज में पूरा पहाड़ ही उठा लाये जिसे भरत जी देखते ही एक वाण में निशाचर समझकर गिरा दिया लेकिन जब उन्हे सत्य का ज्ञान हुआ तो वे बड़े दुखी हुए हनुमान जी बूटी लेकर राम जी के पास पंहुचे और लखन लाल के प्राण बचाये लखन  उठकर मेंघनाथ का यज्ञ विध्वंश कर मेघनाथ को मार डाला जिससे रावण दुखी होकर रावण स्वयं युद्व भूमि में आया और मारा गया तत्पश्चात् राम जी सीता जी को अशोक वाटिका  से अग्निपरीक्षा लेते हुए अयोध्या की तरफ चल पड़े। रामलीला की इ कड़ी के प्रत्यक्ष दर्शी जिलाध्यक्ष भाजपा सुनील कुमार गुप्त नगर अध्यक्ष वसीम इकबाल मण्डल अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह वरिष्ठभजपा नेता मुन्ना गुप्ता प्रभारी निरिक्षकव डीके श्रीवास्तव सहित हजारों नगरवासी व क्षेत्रीय लोग बने कार्यक्रम में रामलीला समिति के संरक्षक हरिश्चन्द्र वर्मा, अध्यक्ष सुधीर श्राीवास्तव, रामलीला प्रमुख वायुनन्दन मिश्र, कुबेर राम मौर्य, केदार सोनकर, रामधारी सोनकर, रामविलास सोनकर, उमेश मिश्र, अजीत सोनकर, राजेश गुप्ता, उमेश बरनवाल, राजन बरनवाल, जनक जी बरनवाल, प्रशान्त गौड़ आदि लोग उपस्थित रहे।

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