कौन बनेगा सपा में सरताज, अरशद, सोएब व इर्फान के साथ कई हैं चेयरमैन के टिकट के दावेदार
(आनन्द कुमार)
मऊ। समाजवादी पार्टी में नगर निकायों आरक्षण जारी होने के बाद टिकट को लेकर दावेदारों की जोर आजमाइश तेज हो गई है जनपद की एक मात्र नगर पालिका परिषद मऊनाथ भंजन की सीट पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित होने के कारण कुछ चेहरे तो अपने आप ही मैदान से हट गए तो बाकी टिकट के दावेदार जो इस आरक्षण में आते हैं वह पूरी तरह से मैदान में डटे हैं और सपा का सिम्बल पाने के लिए जोर आजमाईश कर रहे हैं।
वैसे तो सपा छोड़ बसपा का दामन थाम, पूर्व चेयरमैन तैय्यब पालकी ने सपा के दिग्गजों की टिकट चाह की राह पहले ही आसान कर दी है। ऐसे में सपा का टिकट कौन पाता है कौन नहीं यह तो सपा के आलाकमान के फैसले के बाद ही पता चल पायेगा।
वर्तमान में सपा से टिकट के मजबूत दावेदारों में पूर्व पालिकाध्यक्ष अरशद जमाल लगे हुए हैं तो वहीं पूर्व सांसद स्व. हबीबुर्रहमान नोमानी के पुत्र व पूर्व चेयरमैन अब्दुल लतीफ नोमानी के पोते इंजीनियर शोएब नोमानी भी चेयरमैन पद के लिए समाजवादी पार्टी की साइकिल निशान पाने के लिए मजबूती से डटे हुए हैं। इसके अलावा इस सीट पर सपा के व्यापार सभा के नेता हाजी इरफान अंसारी के साथ ज़हीर सेराज व मनोउवर हलचल भी राजनीति के मैदान ए जंग में चेयरमैन के लिए अपनी दावेदारी रख चुके हैं।
समाजवादी पार्टी के टिकट मांगने में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अरशद जमाल अपने पांच साल के कार्यकाल के साथ निवर्तमान चेयरमैन शाहिना जमाल के पांच साल के काम, यानि अपने 10 साल के विकास कार्यों के बूते टिकट मांग कर जनता की अदालत में जाना चाहते हैं। वह साफ तौर पर कह रहे हैं उनके इतना किसी ने कार्य नहीं किया है। निवर्तमान चेयरमैन शाहिना जमाल ने भी अपना दावेदारी पेश किया है। सूत्रों की माने तो शाहिना जमाल ने इस लिए आवेदन किया था की अगर महिला के लिए सीट आरक्षित हो तो वह चुनाव लड़ सके।
वहीं इंजीनियर शोएब नोमानी अपनी योग्यता और मऊ के लोगों पर अपनी पकड़ तथा पुरानी राजनीतिक पीढ़ी की बात करते हुए मऊ नगर के विकास के साथ-साथ शिक्षा के प्रति सोच को लेकर टिकट मांग रहे हैं, उनका स्पष्ट कहना है कि इस क्षेत्र में विकास अब तक अधूरा है। वहीं व्यापारी नेता हाजी इर्फान मऊ में अपनी पकड़ व विकास की योजनाओं के साथ टिकट लेकर मैदान ए जंग में उतरना चाहते हैं।
समाजवादी पार्टी में टिकट को लेकर दावेदार अपने-अपने तरीके से अपने-अपने चहेते बड़े नेताओं के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और सपा के संस्थापक अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के यहां भी पैरवी में लगे हुए हैं। उधर मऊ की सियासत में समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी का काफी मतलब है यहां पर समाजवादी पार्टी का जो भी चेहरा होगा उसकी सीधी लड़ाई भाजपा बसपा से होगी। यह भी अब तक होता आया है की तीन बार से लगातार समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी ही चेयरमैन बनते आया है। बस चेहरे बदलते गये। ऐसे में सपा का टिकट लेकर जो भी मऊनाथ भंजन के नगर पालिका क्षेत्र का आये उसको कड़ी टक्कर देने के लिए बसपा व भाजपा पूरी तरह तैयार बैठी है। लड़ाई त्रिकोणात्मक होना तो बिन चेहरे के ही तय हैं चेहरे से बस यह तय होना बाकी है की भाजपा से लड़ाई में कौन 19 व कौन 20 है सपा या बसपा और कांग्रेस का टिकट किसके राह को मुश्किल बनाता है यह भी देखना होगा।
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